Ajab Gajab: जब एक आदमी ने राष्ट्रपति के आंगन से चुरा लिया हेलीकॉप्टर, एजेंसियां भी रह गईं हैरान
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
ज्योति मेहरा
Updated Mon, 19 Feb 2024 05:07 PM IST
Man Stole A Military Helicopter from white house (symbolic image)
- फोटो : amar ujala
Ajab Gajab: आज तक आपने कार या बाइक चोरी होने के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको चोरी की एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने पूरे अमेरिका को हिला के रख दिया था। 50 साल पहले कड़ी सुरक्षा वाले राष्ट्रपति के आंगन से हेलीकॉप्टर की चोरी की खबर से पूरे शहर में हंगामा मच गया था। खुफिया एजेंसियां भी हैरान रह गईं। इस घटना के पीछे किसी दुश्मन मुल्क का हाथ होने का अंदेशा जताया जाने ही वाली थी कि तभी खुलासा हुआ। सच बेहद चौंकाने वाला था, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
50 साल पहले अमेरिका में घटी ये घटना 17 फरवरी 1974 की है, जब आधी रात के बाद वाशिंगटन डीसी की सड़कों पर लोग घूम रहे थे। इस दौरान लोगों ने देखा कि उनके सिर के ऊपर एक हेलीकॉप्टर खतरनाक तरीके से उड़ता हुआ जा रहा है, जो लिंकन मेमोरियल और वाशिंगटन स्मारक के आसपास के इलाके में मंडरा रहा था। ये देखकर पुलिस टीम और सीक्रेट सर्विस हेलीकॉप्टर के पीछे लग गई।
Man Stole A Military Helicopter from white house (symbolic image)
- फोटो : amar ujala
पहले सबको लगा कि इसके पीछे दुश्मन मुल्क का हाथ हो सकता है, लेकिन बाद में पता चला कि यह कोई विदेशी शत्रु नहीं था, बल्कि यह रॉबर्ट के प्रेस्टन (एक असंतुष्ट अमेरिकी सैनिक) था, जो महज 20 साल का था।
Man Stole A Military Helicopter from white house (symbolic image)
- फोटो : amar ujala
दरअसल, 1972 में फ्लोरिडा के रहने वाले रॉबर्ट को सेना में भर्ती किया गया था और सपना दिखाया गया था कि उसे वियतनाम में युद्ध के दौरान पायलट बनाया जाएगा। उसे घायल सैनिकों को युद्ध के मैदान से दूर ले जाने वाले दल का हिस्सा बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया। दरअसल उसे तकनीकी प्रशिक्षण में फेल होने का हवाला देकर उसके सपनों पर पानी फेर दिया गया। बाद में उसे मैरीलैंड के फोर्ट मीड भेज दिया गया, जहां वह हेलीकॉप्टर मैकेनिक के रूप में काम करता था। इसलिए वह सेना से नाराज था। इस दौरान उसकी प्रेमिका ने भी उसका साथ छोड़ दिया था, जिसकी वजह से भी वह काफी परेशान रहता था।
Man Stole A Military Helicopter from white house (symbolic image)
- फोटो : amar ujala
सीक्रेट सर्विस ने हेलीकॉप्टर ह्युई पर बंदूकों और स्वचालित हथियारों से लगभग 300 गोलियां दी, जिनमें से कुछ प्रेस्टन के पैर पर जा लगीं। इसके बाद भी वह इमारत के दक्षिणी हिस्से से करीब 100 गज दूर उतरने में सफल रहा। वह दरवाजा खोलकर हेलीकॉप्टर के नीचे उतरा। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए व्हाइट हाउस में ले जाया गया।
इलाज के बाद प्रेस्टन का कोर्ट-मार्शल हुआ, जिसके शुरुआत में उसपर राष्ट्रपति की हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया। हालांकि बाद में उसपर शांति भंग का आरोप लगाकर छह महीने जेल की सजा सुनाई गई। रॉबर्ट के प्रेस्टन की 2009 में 55 वर्ष की आयु में कैंसर से मृत्यु हो गई।